अयोध्या। सरयू नदी जिसका आयोध्या में बहुत बड़ा महत्व है जिसमे प्रभु श्री राम ने भी स्नान किया था और आज भी सभी संत महात्मा उसमें स्नान करके लाभ प्राप्त करते हैं।
परम आनंद राम रजधानी
आज सुबह पूज्य महाराज श्री ने भी सरयू नदी में स्नान कर लाभ प्राप्त किया व नदी के किनारे ही बाबा भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक किया। इसके उपरांत सभी संत महात्माओं का सानिध्य प्राप्त किया व महंत पूज्य श्री नृत्यगोपाल दास जी से आशीर्वाद प्राप्त कर मंदिरों के भी दर्शन किये।
परम आनंद राम रजधानी
यह एक वैदिक कालीन नदी है जिसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। इस संदर्भ में यह वितर्क किया जाता है कई ऋग्वेद में इंद्र द्वारा दो आर्यों के वध की कथा में जिस नदी के तट पर इस घटना के होने का वर्णन है वह यही नदी है।
रामायण की कथा में सरयू अयोध्या से होकर बहती है जिसे राजा दशरथ की राजधानी और भगवान श्री राम की जन्मभूमि माना जाता है। वाल्मीकि रामायण के कई प्रसंगों में इस नदी का उल्लेख आया है। उदाहरण के लिये, विश्वामित्र ऋषि के साथ शिक्षा के लिये जाते हुए भगवान श्री राम द्वारा इसी नदी द्वारा अयोध्या से इसके गंगा के संगम तक नाव से यात्रा करते हुए जाने का वर्णन रामायण के बाल काण्ड में मिलता है। कालिदास के महाकाव्य रघुवंशम् में भी इस नदी का उल्लेख है, बाद के काल में रामचरित मानस में तुलसीदास ने इस नदी का गुणगान किया है।
No comments:
Post a Comment